बौद्धिक विचार

हम यहाँ पर किसी से भी सवाल जवाब नही कर रहे है, लेकिन ये सोचने को जरूर मजबूर हो रहे हैं कि आखिर पहाड़ के विकास कि कुंजी के लिए यहाँ कि सरकारों का ये रवैया क्यों ? और इस पर पहल क्योँ नही हो रही है ?

चकबंदी पर समय समय पर कुछ प्रबुद्ध लोगो ने अपने विचार भेजे जो कुछ इस प्रकार से थे.

1988 में प्राप्त कुछ विचार -

1  हेमवती नंदन बहुगुणा, अद्यक्ष लोकदल ३ पन्त मार्ग नई दिल्ली ११०००१
प्रिय श्री गणेश सिंह,
आपका भेजा हुआ पर्वतीय विकास और चकबंदी विषय पर लोगो के विचार जानने को मिले. धन्यवाद्. आप लोग निस्वार्थ भाव से जन समस्याओ के समाधान में लगेंगे, तभी कुछ हो सकेगा. इस भ्रष्ट सरकार ने भाई - भाई को आपस में लड़ना, कोरे आश्वासन देना, ऐंसा ही नियम बना लिया है . तो जन समस्याओ का समाधान करने के लिए समय कहाँ है? अब आप सबका कर्तव्य है की जिस तरह अंग्रेज को भागने में त्याग, तपस्या व बलिदान का प्रयोग कर सफल हुए, उसी त्याग व बलिदान को लाना होगा, तभी इस देश की जनता को रहत मिलेगी.
शुभ कामनाओ सहित

2 .
रमेश पोखरियाल निशंक संपादक -  सरकार को यदि पहाड़ का समुचित विकास करना है तो चकबंदी के कटुसत्य को स्वीकार करना ही पड़ेगा. मुझे आशा है के सरकार इस दिशा में गंभीरता से विचार कर इस योजना को कार्यान्वित करेगी. 1988


3 . 
लोकेन्द्र सकलानी विधायक चेत्र-२ टिहरी 4 -3 -1988

प्रिय निशक जी,यह जानकर प्रसन्ता हुई की श्री गणेश सिंह गरीब द्वारा लिखी * पर्वतीय विकास और चकबंदी * पुस्तक का प्रकाशन किया जा रहा है , जिसमे प्रबुद्ध लोगो के विचार भी प्रकाशित होंगे. मुझे आशा है इस पुस्तक द्वारा पहाड़ो की संभावनाएं बढेगी. मेरी अग्रिम बधाई स्वीकार करे.
4 .पूरण सिंह महरा. विधायक रानीखेत चेत्र 29 -9 -1986 
 प्रिय गरीब जी,आपका चक्बदी विषयक पत्र मिला, मैंने उसे अपने प्रबल संस्तुति सहित माननीय राजस्व मंत्री जी को भेज दिया है . सेवा का अवसर दिया आभारी हूँ. आपके प्रयासों की सफलता हेतु शुभकामनाएँ.

5 .   मोहन सिंह रावत गांववासी. समाज सेवी सिविल लाइन पौड़ी 1988
आप पर्वतीय भूमि चकबंदी में महँ उद्देश्य को साकार करने के लिए हर समय तपस्या में संलग्न हैं. जनता की शक्ति और आपका आत्मविश्वास इस महान उद्देश को अवश्य पूरा करेगा .

6 .   कमला राम नौटियाल संयोजक भारतीय communist पार्टी गढ़वाल मंडल उत्तरकाशी 1988
पर्वतीय चेत्र में चकबंदी का कार्य सचमुच में पर्वतीय चेत्र के लिए अति अवाश्यक है . यह अति प्रसन्ता का विषय है कि आप " पर्वतीय विकास और चकबंदी " नमक पुष्तक प्रकाशन कर रहे हैं आशा है आपका यह प्रयास पर्वतीय चेत्र के क्रन्तिकारी विकास के लिए पथ प्रदर्शन का कार्य करेगा.
7 .   डॉ महावीर प्रसाद गैरोला . पी एच डी advocate टिहरी
पहाड़ो में चकबंदी के बारे में मैंने भी सोचा था, परन्तु यहाँ के गांवो की स्थिति और कृषको की रूढी वादी मानसिकता को देखते हुए मैंने चकबंदी के बदले फलोत्पादन को प्रोत्साहन देने की बात सोची थी, अब श्री श्री गरीब जी के विचारो को समझने और चकबंदी के प्रति उनकी लग्न को देखकर मई यह मानने को तैयार हूँ की चकबंदी के पक्ष में स्थानीय कृषको और सर्कार को तैयार किया जा सकता है ,


8 . बद्रीश पोखरियाल घमंड पुर निम्बू चोड़ कोटद्वार 1988
    चकबंदी का एक अच्छा प्रयोग सिद्ध हो सकता है यदि हमारे जन प्रतिनिधि सच्ची निष्ठां और लगन से सर्कार को ऐंसा करवाने के लिए विवश कर सके. श्री गरीब और वे सभी पहाड़ी बंधू , जो इस योजना में सहयोग दे रहे हैं , बधाई के पत्र हैं. यदि आकी योजना सफल हुई तो मेरे विश्वास है कि पहाड़ ( उत्तराखंड ) का अणु - अणु, उसके देवता , देवियाँ , वन , नदियाँ . शिखर , घाटियाँ, खेत और खलिहान , उजड़े खंडहर तथा भावी संतान आप सभी को साधुवाद देंगे . जय गढ़वाल , जय उत्तराखंड .


9    दलबीर सिंह रावत, पूर्व कुलपति गढ़वाल विश्वविद्यालय 1988
आप लोगो ने पर्वतीय कृषको के कल्याण हेतु एक महान समाज सुधार का कार्य प्रारभ किया है , आके इस जनहित के कार्य के लिए शुभ कामनाएँ . आप लोगो के संघर्ष पूर्ण पराक्रमी कार्य हेतु में सहयोग का भी आश्वासन देता हूँ.


10     वेद प्रकाश शास्त्री, प्रवक्ता संस्कृत , संस्कृत महाविद्यालय क्यूंकालेश्वर पौड़ी 1988 
चकबंदी विषयक मोलिक विचारो का अवलोकन कर प्रसंत्ता हुई कि आप पर्वतीय कृषको कि स्थिति को ह्रदय से जानते हैं . मै समझता हूँ को आपके विचारो को मोलिक उपयोगिता को कोई भी प्रबुद्ध एवं समाज सेवी व्यक्ति नकार नहीं सकता . मेरा विश्वास है कि सर्कार आपकी इस आवाज को ह्र्द्यातंत्र कर अवश्य ही इसे लागू करने का प्रयास करेगी.


11राजेंद्र प्रसाद टम्टा आद्यक्ष जिला युवा कल्याण समिति पौड़ी . 1988  
 पर्वतीय चेत्रो में खेती का काम विशेषकर महिलाओं को करना पड़ता है . अगर खेतो कि एक जगह पर चकबंदी हो जाय को समय व परिश्रम का सदुपयोग हो सकता है .चक कि घेरवाड हो सकती है तथा उत्पादन बढ़ सकता हैं .


12मन्मथन , श्री भुवनेश्वरी महिला आश्रम , अंजनी सैन टिहरी 1988
 प्रिय ,गणेश गरीब जी आपका मजदूर कृषक संघ से सम्बंधित कार्य योजना प्राप्त हुआ है इसके लिए धयवाद . वास्तव में हमारे गढ़वाल में कृषको के उत्त्थान के लिए चकबंदी योजना कि शक्त जरुरत है और इससे कृषको का अवश्य ही उत्त्थान होगा . इस कार्य योजना के आन्दोलन में आप हमसे किसी सहयोग मदद लेना चाहें , हम सहस्र आका साथ देंगे .



1990 में प्राप्त कुछ पत्र चकबंदी के समर्थन में -- भगवान् की शायद यही नियति थी कि  आज कुछ चकबंदी समर्थक आज इस दुनिया में नहीं है . और अब हमारा ये फर्ज बनता है कि हम उनके इस सपने को पूरा करे .


-राजमाता डॉ कम्लेंदुमती जी शाह 
 स्पस्ट सत्य कटु होता है, चकबंदी पर आपके विचार पढ़े , सर्व प्रथम स्वार्थियो के मनो को बदलने का प्रयतन करके देश को प्रलय से बचाइए . अन्यथा विनाश का समय ही गया है-


.-श्रीमती दुर्गा देवी खंडूरी -पर्वतो का चौमुखी विकास और आत्मनिर्भरता की कुंजी चकबंदी ही है


.पुष्कर सिंह रौथान , पूर्व विधायक
चकबंदी को मैं पर्वतीय विकास के लिए उपयोगी मानता हूँ -

डॉ भक्त दर्शन , पूर्व सांसद
मुझे विश्वास है की प्रदेश शासन चकबंदी को तुरत सहस्र स्वीकारेगा -


. उमाकांत बहुगुणा हुलाकीखाल
पर्वतों का चहुमुखी विकास चकबंदी के बिना संभव नहीं है -


. दित्य राम दुद्पुरी , स्वंत्रता सेनानी
गरीब की व्यवस्था को गरीब जी समझ सकता है . आपसे गरीबी मिटाने की चकबंदी योजना के लिए जो भागीरथी प्रयास किया गया है उसके लिए जनता जनार्धन का सहयोग एवं समर्थन अंततः मिलकर रहेगा -


. यमुना प्रसाद पनेरू , दरोज़ पिथोरागढ़ 
 *गरीब* जी द्वारा चकबंदी पर उठाया गया कदम हम सब लोगो के लिए लाभदायक है. गरीब जी यहाँ आकर हम लोगो में भी इस सम्बन्ध के जाग्रति पैदा करे .-

. डॉ कुंवर आनंद सुमन सिंह देहरदुन
 आपका चकबंदी अभियान पहाड़ो की प्रगति के लिया महत्वपूर्ण प्रयास है -

. -नागेन्द्र उनियाल , संपादक दैनिक जयंत कोटद्वार 
चकबंदी करना पहाड़ के विकास का प्रथम कदम है , चाहे इसे जनता स्वयं करे या जिमेदार सरकार

-उदय किरोला संपादक * द्रोनाचल तिमेस* द्वाराहाट
चकबंदी आन्दोलन के लिए कुमाओं के कृषक आपके साथ है 

१०. डॉ. पी एस रावत देवभूमि संगठन मुरादाबाद
चकबंदी पर्वतीय चेत्र पिछड़ेपन को दूर करने का समाधान है -



११   नागेन्द्र सिंह , आयुक्त , गढ़वाल मंडल
.चकबंदी के बिना पर्वतीय चेत्र का विकास नामुमकिन है.


१२ . - बी पी नौटियाल एडवोकेट, अद्यक्ष गढ़वाल विकास परिषद् पौड़ी
लोकतान्त्रिक सरकार को पर्वतीय चेत्र में चकबंदी अबिलम्ब लागू करनी चाहिए.

१३  - पूर्ण सिंह वरिष्ठ उपाद्यक्ष , जनजाति परिषद्
सरकार पहाड़ो की खुशाली के लिए चकबंदी लागू करे . 

१४ . - सुरेंदर सिंह नेगी, पूर्व प्रमुख कल्जीखाल
 पर्वतीय चेत्र में समग्र विकास के लिए चकबंदी अनिवार्य है .

१५ .पर्वतीय चेत्र के उज्जवल भविष्य के लिए चकबंदी बुनियादी योजना है . - गंगा प्रसाद , अद्यक्ष मंडलीय निर्वलवर्ग सभा गढ़वाल

१6 सतपाल महाराज , संथापक मानव धर्म सम्मेलन .
वे सचमुच बधाई के पात्र हैं क्यूंकि उन्होंने केवल चकबंदी की आवाज ही नहीं उठाई बल्कि अपने गाँव वालों को चकबंदी के लाभ भी बताये तथा . अन्य परवारो को चकबंदी के लाभ भी बताये . वहां की हवा में थिरकते पेड़ एवं पुष्प भरी बतिकाएं सड़क पर से ही आँखों को ध्यान करती हैं.

१७ नारायण दत्त तिवारी नेता विरोधी दल
पर्वतीय चेत्रो के प्रगति और सम्पन्नता के लिए यहाँ चकबंदी अवश्यक है .

१८ -डॉ मंगल देव ध्यानी कोटद्वार
चकबंदी पर्वतीय विकास के लिए आवश्यक है

१९ - रामदयाल सिंह पटवाल , पूर्व प्रमुख
चकबंदी गरीब कृषको का मूल आधार है .

२०  - चंदर मोहन बहुगुणा पोखरी
पहाड़ क्या तेरा यही मंजूर है , माकल खंडहर और जमीन बंज़र है . हमारी इस पीड़ा को चकबंदी ही दूर कर सकती है. 

२१ - सुदामा प्रसाद प्रेमी दिल्ली
- मै तो यहाँ तक मानता हूँ की मुझ जिनसे अनेक लोग यहाँ की संपत्ति बेचकर भी पहाड़ो में बस कर ज्यादा लाभदायक समझेगे यदि . पहाड़ो में चकबंदी हो जाय

२२ श्रीमती सरस्वती देवी सदस्य चेत्र समिति कल्जीखाल
कल्याणकारी राज्य में जनता द्वारा चुनी हुई सर्कार का सर्वोपरि उद्देश्य जनता की कठिनियो को दूर कर उनके लिए चहुमुखी विकास की योजना कार्यान्वित करने का होता है . हमारे चेत्र का विकास मय चकबंदी से ही हो सकता हैं और चकबंदी से ही पहाड़ो की महिलाओ जो यहाँ के विकास की मूल स्तम्भ हैं . की सामाजिक स्थिति में भी सुधर संभव है . अते सरकार चकबंदी लागू करे .

२३ - बचास्पति गैरोला संपादक * गढ़वाल मंडन *
चकबंदी के पुरोधा * गरीब जी * के चकबंदी अभियान का मै पूर्ण समर्थन करता हूँ.


२४  _ स्वर्गीय कृत सिंह अस्वल ग्राम नगर
पर्वतीय विकास के लिए चकबंदी तुरंत लागू हो.


२५  - गंगा सिंह ग्राम बसोली
हम सभी पोअर्वत निवासी मिलकर चकबंदी के लिए * गरीब जी * के साथ लॉन्ग मार्च करेगे.

२६  श्रीमती सुलोचना देवी असवाल ग्राम नगर
पर्वतीय छेत्र की महिलाओ के लिए चकबंदी एक बर्द्दन सिद्ध हो होगी.

२७ - सुंदर लाल शास्त्री बाबुलकर
समस्त पर्वतीय बधु बांधवों के मेरी प्रार्थना है के वे गरीब जो कि चकबंदी अभियान को तन , मन से सफल बनावे क्यूंकि चकबंदी से ही हमारा आर्थिक विकास संभव है 

२८ - सत्य प्रकाश बलूनी बेताल्धर
स्वतंत्रता प्राप्ति के चार दशको के बाद भी हम निरंतर इसलिए पिछड़ते जा रहे ही हमसे मैंदानों कि भांति चकबंदी योजना लागू नहीं कर पाए .

29 - घनानंद DHONDIYAL चौबट्टा पौड़ी
बैज्ञानिक बिधि से सघन खेती पहाड़ो में तभी संभव है रब चकबंदी योग्जना लागू हो . 

३० इन्द्रमणि जोशी . कुलेडिधर, टिहरी गढ़वाल
पहाड़ो कि महिलाओ और वहां से आवाम , बर्द्ध सबकी उद्धार के लिए चकबंदी बहुत आवश्यक है . 

३१ . - उम्मीद सिंह रावत प्रधान ग्राम सभी धारी
मै चकबंदी का पूर्ण समर्थक हूँ , मुझे आशा है कि यह योजना पूर्ण तया सफल होगा

३२ - सुंदर लाल पालीवाल , कांडा सितोंस्यूं
चकबंदी के सम्बन्ध में आपकी कठिन तपस्या श्री बद्री बिशाल अवश्य सिद्ध करेंगे . क्यूंकि आपका यह प्रयास पहाड़ कि गरीबी को दूर करने के लिए है .

३३  बेद प्रकाश त्यागी पौड़ी
पर्वतीय छेत्र के दिशा हीन विकास को चकबंदी सही दिशा के ले जाएगी .

३४ - रमेश सिंह रावत , मोरी उत्तरकाशी
मैं चकबंदी को उत्तराँचल के उठान एवं कल्याण का आधार समझता हूँ  .

३५ - मोहन लाल बाबुलकर अलाहबाद .
मेरा विश्वद है ही *गरीब जी* जिस लग्न और निष्ठा से पहाड़ो में चकबंदी के लिए प्रयत्नशील हैं वेह अवश्य फलीभूत होगी क्यूंकि चकबंदी पहाड़ो के विकास के लिए आवश्यक है .

३६ . - सत्य प्रसाद बर्थवाल कांडी गढ़वाल , कमल सिंह बोरा , बेताल्घट नैनीताल , सिरोमणि गड्कोती चम्पावत - पिथोरागढ़ , जीवन लाल वर्मा , कांडा बागेश्वर , राजेंदर सिंह , बदेथ अगस्त्यमुनि , केदार सिंह इस्त्वल नैनी - उत्तरकाशी , सुल्तान अहमद खान , चन्दाग - पिथोरागढ़

पर्वतीय छेत्रो में उद्यान विकास हेतु भूमि कि चकबंदी होनी अवश्यक है .

३७ - बुधिराम डोबरियाल , प्रधान ग्राम सभा बुरांशी बंघात
गढ़वाल इस विकास के युग में भी पिछड़ा हुआ है क्यूंकि आपसी मतभेदों और स्वार्थो के कारन विकास कि दिशा में सफलता के लिए जुट जाना चाहिए .

38 - मदन मोहन नौटियाल , महामंत्व्री उत्तराखंड क्रांति दल .
चकबंदी छेत्र कि आर्थिक सुदिधता के लिए आवश्यक है .

३९ बाबा मथुरा प्रसाद बमरादा पनिया , गढ़वाल
त्तराखंड रक्षा मंच अपने कार्यकर्मो में चकबंदी कि बात जनता तक पहुँचाने का संकल्प लेता है और उत्तराखंड कि जनता से करता हैं कि गरीब जी के चकबंदी अभियान में तन मन धन से सहयोग को रोकने का प्रयास करे . 

४० - जीवानंद शर्मा प्रधान पुन्डोरी गढ़वाल
मुझे पूर्ण विश्वास है कि पर्वतीय जन यदि गरीब जी द्वारा चलाये जा रहे चकबंदी आन्दोलन के सहस्र स्वीकार कर ले तो रूखे पहाड़ो में खुशाली निश्चित ही आ जाएगी .

४१ शिव सिंह रावत पूर्व प्रधानाचार्य एवं प्रमुख पोखड़ा
मेरी भी स्वयं इच्छा थी कि यदि चकबंदी लागू कि जाय तो मै गाँव जाकर उद्यान , कृषि कार्य में जुट जाऊ . बिना चकबंदी के मेरी इच्छा अधूरी रह गई .

४२ - बलवंत सिंह एवं योगेन्दर डंगवाल , अद्याक्ष एवं संयुक्त सचिव युवा कांग्रेस.
पर्वतीय चेत्र में चकबंदी अनिवार्य रूप से लागू कि जाय .

४३ शशि प्रसाद खर्कवाल , प्रधान नव गढ़वाल स्वर संगम दिल्ली
पहाड़ो में चकबंदी अनिवार्य होनी चाहिए , 

४४ - गजपाल , प्रभारी संचालक जिला सहकारी बैंक गढ़वाल
पर्वतीय विकास के सही दिशा चकबंदी से ही मिल सकती है . 

४५ - महिला उत्थान एवं ग्राम संसथान बम्फर्खाल उत्तरकाशी
पर्वतीय छेत्रो में चकबंदी के बिना सुनियोजित विकास संभव नहीं है . जमुनोत्री के पाश बीफ और खर्शाली गाँव में चकबंदी लागू हो चुकी है . इसलिए लोगो कि इस धरना को टूट जाना चाहिए कि पहाड़ो में चकबंदी संभव नहीं है . 

४६  .- महिपाल सिंह नेगी पूर्व प्रमुझ Lansdwone
पहाड़ो में चकबंदी के उतिपदन बदने के लिए चकबंदी अनिवार्य है 

४७ - राजेंदर सिंह बिष्ट , पूर्व प्रमुख द्वारीखाल
पलायन रोकने और उद्यानीकरण को सफल बनाने कजे लिए एकमात्र उपचार चकबंदी है .

४८ - आनंद सिंह नेगी पूर्व प्रशासक जिला सहकारी विकास संघ कोटद्वार
पलायन और बेरोज़गारी का एकमात्र हल चकबंदी है . 

४९  - राम भरोसा कोठियाल प्रधान ग्राम सभा भेटी कल्जीखाल
चकबंदी होने पर कृषक को अपने श्रम व समय का पूरा पूरा बाभ मिलेगा. 

५० - मेहरबान सिंह नेगी ,महामंत्री किसान संघर्ष समिति कोटद्वार.
पहाड़ो में चहुमुखी विकास में लिए चकबंदी अति आवश्ययक है .

५१ .- बलवंत सिंह नेगी कनिष्क प्रमुख कल्जीखाल
गरीब और बेरोज़गारी दूर करने के लिए चकबंदी नितांत आवश्यक है

५२  - बलवीर सिंह सजवान प्रधान ग्राम सभा अशगड़ कल्जीखाल
आपके चकबंदी साहित्य को पढ़कर एक स्वप्न साकार रूप में सामने आ रहा है . निश्चय ही पर्वतीय चेत्र का सर्वांगीण विकास तभी संभव है जब लोग चक के कृषि करे . 

५३ स्वर्गीय कमल साहित्यकार , अपर आनंद पर्वत , नई दिल्ली
मेरी राय में हर चेतनशील व्यक्ति को ऐंसा सोचना चाहिए जैंसा कि श्री गणेश सिंह ने कहा है . यदि लेखक इसी तरह के विचारो से नव युवको को संगठित करके नई दशा दे सके गणेश नान सरता होगा .


५४  कुंदन सिंह रावत ग्राम दालागांव भाम्रीखाल पौड़ी गढ़वाल
आपके प्रयत्न भावी के लिए बरदान स्वरुप है . अगर सरकार इस पैर ध्यान दे तो दस वर्षो के काया पलट हो सकती है .
५५ - हजारा सिंह नेगी ग्राम सुला विकास खंड कल्जीखाल पौड़ी
आप विगत कई वर्षो से स्वयं बिना अन्य साधनों या आर्थिक सहयोग लिए चकबंदी की मूर्तरूप दे चुके हैं . वास्तव के पर्वतीय छेत्र की कृषि व्यवस्था का अपने सही चित्रण किया है 
५६ - पदम् सिंह गुसाईं ग्राम ताचवाद विकास खंड एकेश्वर
चकबंदी होने पर अनेक नवयुवक अपने ही घर में अपने रोजार अपने हाथो स्वयं कर सकते हैं .
5७ बलवंत सिंह रावत द्वारा संपादक रौतेला रैबार, गोपेश्वर
सम्पूर्ण पर्वतीय में चकबंदी सिस्टम लागू किया जाय. 
५८ शिव सिंह पंवार प्रधान ग्राम सभा जमाला विकास खंड कोट गढ़वाल
बिना चकबंदी के यहाँ का विकास संभव ही नहीं है . 
५९ - रामलाल * निराला* ग्राम सभा दिवाई विकास खंड कल्जीखाल
पहाड़ो में चकबंदी योजना को युद्ध स्तर पर लागू करने से ही यहाँ का सर्वांगीण विकास संभव है. 
६० - विमल नेगी संवाददाता अमर उजाला पौड़ी
चकबंदी से पलायन रुकेगा , पर्यावरण स्वछ होगा , गाँव का पैंसा गाँव में लगेगा , मजदूर को रोज़गार मिलेगा , उत्पादन में चौगुना ब्रधि होगी और बनो का विनाश रुकेगा .
६१ - ललित कोठियाल , स्थानीय संपादक * जयंत* पौड़ी
उत्तरखंड में चकबंदी योजना को सरकार ने बहुत बिलम्ब से लागू किया है मेरी द्रस्थी में चकबंदी से पहाड़ में रोज़गार के नए आयाम विकसित होंगे और मेहनतकश समाज का निमं होगा . बशर्ते इसका ईमानदारी से क्रियान्वयन हो. 
६३ डॉ मंगल देवी ध्यानी प्रांतीय उपाध्यक्ष भारतीय किसान Union कोटद्वार
श्री गणेश सिंह गरीब बधाई के पात्र हैं कि उन्होंने गढ़वाल मंडल में चकबंदी कर कार्य शुरू किया है और उत्तरप्रदेश सरकार को चकबंदी के लिए बाद्य किया है . भारतीय किसान Union गढ़वाल मंडल इस योजना को पूर्ण समर्थन देती है.
६५ पर्वतीय छेत्रो में कृषि व बागवानी के लिए अब तक कुछ नहीं किया गया है . यदि पर्वतीय चेत्र की कृषि को लाभकारी बनाना है तो मैदानी छेत्रो की तरह पर्वतीय चेत्र में भी चकबंदी योजना लागू करना होगा . इसके लिए आवश्यक है की पर्वतीय चेत्र के लिए एक अलग से चकबंदी विभाग की स्थापना की जाय तथा सम्पूर्ण पर्वतीय चेत्र में चकबंदी अनिवार्य करनी चाहिए . इससे कृषि और बागवानी में क्रांतिकारी परिवर्तन और खुशाली का सूत्र पपत्त होगा .
६६ सुर्यचंद सिंह चौहान प्रधान संपादक अन्तरिक्ष टाइम्स चंबा टिहरी गढ़वाल
पर्वतीय विकास मंत्री को प्रेषित ६ - १० -६० के प्रस्ताव के कुछ अंश .
पर्वतीय आँचल के चकबंदी कृषि एवं उद्द्यानीकरण के विकास के लिए रामबाण है . मैं गरीब जी के इस के सराहनीय कार्यो की तारीफ करता हूँ. 


कुछ नेताओ के विचार-
६७ - दशरथ रावत मंत्री , राजकीय शिक्षक संघ पौड़ी गढ़वाल
उत्तराखंड में जिस आर्थिक क्रांति एवं परिवर्तन की हम लोग बाते ही किया करते थे . उसे अपने अपने पुरुषार्थ एवं अद्यावासय से एक जन आन्दोलन एवं राष्ट्रीय कार्यक्रम में परिवर्तित कर दिया है . इसके लिए आप बधाई में पात्र हैं .

६८  भुवन चन्द खंडूरी, संसद  लोक सभा 4 /03 /2000-  उत्तराँचल में चकबंदी की आवश्यकता पर लम्बे समय से मांग उठ रही है लेकिन इस विषय पर प्रदेश सरकार द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जा रही है . अगर प्रदेश सरकार को इस काम को करने में कोई आशंका है तो मेरा सुझाव है कि इस बात को व्यापक रूप से लोगो के बीच में चर्चा के लिए रझा जाय और फिर उत्तराँचल में विकास के लिए जो भी नयोचित निर्णय हो उसको शीघ्र ही कार्यान्वित किया जाय .

69   मनोहर कान्त ध्यानी, राज्यसभा सदस्य का १८/०२/२००१ को राजस्व सचिव उत्तराँचल के पत्र- चकबंदी कि आवश्यकता को सभी लो अनुभव करते हैं कृषि और उद्यान के विकास के लिए जोतो का एकीकरण अनिवार्य लगता है. जनहित में इस पर त्वरित कार्यवाही कि आवश्यकता है. ..

70 - हरीश रावत , president उत्तराँचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी -   गणेश जी , आपका पत्र कृषि भूमि चकबंदी से सम्बंधित पत्र प्राप्त हुवा , बहुत बहुत धन्यवाद्,लअपने ओर से उत्तराखंड सरकार को पत्र लिख रहा हूँ .

71 - कैलाश जोशी सदस्य राज्यसभा ०९/०१/२००१ . मैं आपके पत्र को मूलतः उत्तराँचल प्रदेश के राजस्वा मंत्री को भेजकर अनुरोध कर रहा हूँ कि वे इसका परीक्षण कर आगामी कार्यवाही करने का कष्ट करे . -

72  बच्ची सिंह रावत राज्यमंत्री विज्ञानं एवं प्रद्योगिकी भारत सरकार २६/१२/२०००.- उतरांचल में भूमि चकबंदी व्यवस्था लागू किये जाने वावत आपका पत्र संलग्नको सहित प्राप्त हुआ मैंने इस सम्बन्ध में उचित कार्यवाही करने हेतु माननीय मुख्यमंत्री उत्तराँचल सरकार , देहरादून को पत्र लिख दिया है .
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